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मावलिया माताजी मंदिर हरियाजून

मावलिया माताजी मंदिर हरियाजून

HARIYAJUN MATAJI MANDIR 

आज की पोस्ट में हम आपको बताएंगे मावलिया माताजी मंदिर हरियाजून, कुचामन नागौर के बारे में ।

मावलिया माताजी का यह मंदिर है जो की हरियाजून माताजी के नाम से भी प्रसिद्ध है हरियाजून गांव की पहाड़ी पर स्थित है ।

हरियाजून माताजी मंदिर वीडियो लिंक

इस मंदिर का निर्माण सैकड़ों साल पहले किया गया था और विगत कुछ वर्षों में मंदिर का जीर्णोद्धार कार्य जारी है । गांव से लेकर माताजी तक सीमेंटेड सड़क का निर्माण करवाया गया है । 

वैसे तो मंदिर दर्शनार्थियों हेतु 24 घंटे खुला रहता है किंतु माह की सप्तमी एवं चौदस को दर्शन का विशेष महत्व है, इन दिनों अपेक्षाकृत अधिक संख्या में श्रद्धालु पहुंचते हैं और माताजी का भाव भी आता है । भोजन परसादी के लिए भी इन दिनों ही भिड़ रहती है ।

हिंदु मान्यता के अनुसार माताजी के यहां नए जन्म लेने वाले शिशु का जड़ूला चढ़ाया जाता है, और सवामणि परसादी चढ़ाई जाती है । यहां श्रद्धालुओं के ठहरने के लिए कमरे भी बने हुए हैं ।

माताजी की मान्यतानुसार यहां पर संतान प्राप्ति के लिए माताजी को लकड़ी का “पालना” चढ़ाये जाने का रिवाज है, लकड़ी का बना पालना मंदिर परिसर में ही मौजूद दुकानों पर आसानी से मिल जाता है ।

हरियाजून माताजी मंदिर वीडियो लिंक

हालांकि यहां पार्किंग, विश्राम स्थल, पेयजल, छोटा बाजार आदि सुविधाएं उपलब्ध है, फिर भी मंदिर तक पहुचने के लिए करीब 200 मीटर पथरीले रास्ते की चढ़ाई चढ़नी पड़ती है, रास्ता पथरीला एवं खतरनाक होने के कारण वाहन चलाने में विशेष सावधानी आवश्यक है ।

साथ ही बंदरो से बचाव के लिए हाथ मे एक छोटी लकड़ी अवश्य रखे ।

यह मंदिर सर्व समाज की आस्था का केंद्र है, जहां रोजाना सैंकड़ो की संख्या में दर्शनार्थि आते हैं और अपनी मनोकामना पूर्ण करते हैं । नवरात्रों के दौरान यहां भव्य मेले और भजन संध्या का आयोजन किया जाता है ।

पहाड़ी की तलहटी में मौजूद माताजी का मंदिर प्राकृतिक सौंदर्य से भी परिपूर्ण है, सावन भादो मास में यहां की सुंदरता हजारों गुना बढ़ जाती है ।

यहां माताजी मंदिर परिसर में ही भेरूजी का मंदिर भी मौजूद है जबकि पहाड़ी की चोटी पर गोपेश्वर महादेव का मंदिर व कुंड मौजूद है ।

माताजी का यह मंदिर कुचामन रेलवे स्टेशन से मात्र 4 किलोमीटर एवं किशनगढ़ - रतनगढ़ मेगा हाइवे से 3 किमी की दूरी पर स्थित है, इस मंदिर तक पहुचने के लिए पक्की सड़क उपलब्ध है जो हरिया जून गांव से होकर निकलती है । 

हरियाजून माताजी मंदिर वीडियो लिंक

तो चलिए वापसी करते हैं, जल्दी ही इसी तरह के किसी नई पोस्ट के साथ वापस लौटेंगे ।

हरियाजून माताजी मंदिर